माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार
श्री नरेंद्र मोदी(माननीय प्रधानमंत्री)
महानिदेशक के डेस्क से

श्रीमती कंचन देवी, भा.व.से.
महानिदेशक
आगामी आयोजन
आईसीएफआरई- इको रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्रयागराज द्वारा 16-18 दिसंबर 2025 तक पारिस्थितिकी तंत्र आधारित दृष्टिकोणों के माध्यम से भूमि क्षरण तटस्थता को संबोधित करने पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा updated: 02 December 2025
भूदृश्य संरक्षण हेतु एकीकृत दृष्टिकोणों पर अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण: LDN और कार्बन तटस्थता प्राप्त करना (19-23 जनवरी, 2026) updated: 10 September 2025
वन क्षरण निगरानी और स्थिरता के लिए रिमोट सेंसिंग पर अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण (8-12 दिसंबर, 2025) updated: 10 September 2025
आईएफजीटीबी, कोयंबटूर 28-30 जनवरी 2026 तक जनसंख्या और संरक्षण आनुवंशिकी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है updated: 30 May 2025
वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आईसीएफआरई, देहरादून का प्रशिक्षण कैलेंडर updated: 23 May 2025
आईसीएफआरई-वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून का लघु अवधि प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (एसटीटीसी) कैलेंडर-2025 updated: 24 January 2025
बुलेटिन बोर्ड 
कार्यालय ज्ञापन-हिंदी अथवा द्विभाषी प्रारूप में ई-मेल प्रेषण ..... बाबत updated: 30 October 2025
राजभाषा हिंदी के प्रगामी प्रयोग से संबंधित वार्षिक कार्यक्रम 2025-26 updated: 02 May 2025
राजभाषा हिंदी के प्रगतिशील प्रयोग हेतु वार्षिक कार्यक्रम 2025-26 updated: 02 May 2025
मेरी योजना - उत्तराखंड सरकार प्रथम संस्करण पुस्तक updated: 27 March 2025
मेरी योजना (केंद्र सरकार) - उत्तराखंड में स्थापित कार्यालय, संगठन, निकाय उनकी सेवा/कार्य/योजनाएं updated: 27 February 2025
मेरी योजना - उत्तराखंड सरकार द्वितीय संस्करण पुस्तक updated: 27 February 2025
भा.वा.अ.शि.प. के संस्थानों द्वारा अद्यतन
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा आधुनिक नर्सरी की स्थापना के लिए क्षमता निर्माण और रोपण सामग्री उत्पादन में माइकोराइजल जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग पर एक रिपोर्ट का आयोजन किया गया .: 04 December 2025
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा आधुनिक नर्सरी की स्थापना के लिए क्षमता निर्माण और रोपण सामग्री उत्पादन में माइकोराइजल जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग पर एक रिपोर्ट का आयोजन किया गया .: 03 December 2025
टीएफआरआई-जबलपुर में "पर्यावरण अनुकूल भारतीय जीवनशैली: वैज्ञानिक दृष्टिकोण" पर 27 नवंबर 2025 को वैज्ञानिक चर्चा .: 03 December 2025
"उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय परिदृश्य प्रबंधन के लिए प्रकृति-आधारित समाधान" पर 3-5 दिसंबर 2025 तक प्रशिक्षण कार्यक्रम पर एक रिपोर्ट .: 03 December 2025
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा आनी वन प्रभाग के सरघा और बागा-सराहन में कडू की खेती के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर एक रिपोर्ट .: 02 December 2025
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा आयोजित जनजातीय गौरव दिवस 2025 कार्यक्रम के उत्सव पर एक रिपोर्ट .: 02 December 2025
आईसीएफआरई-एचएफआरआई शिमला द्वारा निगुलसरी, किन्नौर वन प्रभाग में कडु और चिरायता की खेती पर प्रशिक्षण कार्यक्रम पर एक रिपोर्ट .: 02 December 2025
टीएफआरआई, जबलपुर में 27 नवंबर 2025 को ईएचआरएमएस में प्रोफाइल अपडेशन, रिपोर्टिंग/समीक्षा अधिकारी अपडेशन और अवकाश मॉड्यूल पर प्रशिक्षण .: 02 December 2025
"उत्कृष्ट वानिकी तकनीकों का प्रदर्शन" - उष्णकटिबंधीय वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला (26/11/2025) .: 27 November 2025
उष्णकटिबंधीय वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर द्वारा "वृक्षारोपण प्रबंधन एवं प्रौद्योगिकी" पर एक दिवसीय कार्यशाला (21/11/2025) का आयोजन .: 27 November 2025
19वीं जिज्ञासा 2025 पांचवीं दिव्य राष्ट्रीय आश्रम एवं मेला (10 - 14 नवंबर 2025) .: 20 November 2025
लघु वनोपज के मूल्य संवर्धन का प्रत्यक्ष प्रदर्शन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला (19/11/2025) .: 20 November 2025
वीवीके - भस्मा, संबलपुर, ओडिशा में 19 सितंबर, 2025 को "एनटीएफपी की सतत कटाई और इसके मूल्य संवर्धन" पर प्रशिक्षण की एक रिपोर्ट। .: 17 November 2025
भा.वा.अ.शि.प.की प्रौद्योगिकी
जुनिपेरस पाॅलीकार्पोस, सी.कोच उत्तर पश्चिम हिमालयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देशज शंकु वृक्ष है, जिसे सामान्यतः हिमालयन पेंसिल सिडार के नाम से जाना जाता है। इस प्रजाति के बीजों में प्रसुप्ति होती है, जो इसके अंकुरण को प्रभावित करती है।
जूनीपेरस पॉलीकार्पस (हिमालयन पेन्सिल सीडार) की बीज प्रौद्योगिकी
पिकोरिजा कुरूआ, रायल एक्स बेंथ जिसे सामान्यतः कुटकी के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाना महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है, जिसकी उच्च शीतोष्ण क्षेत्रों (2700 मी. से ऊपर) में वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता है।
कुटकी बहुगुणन हेतु वृहद-प्रसार तकनीक
वैलरियाना जटामांसी, जोन्स जिसे सामान्यतः मुशाकबला के नाम से जाना जाता है, यह पश्चिमी हिमालय में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण शीतोष्ण औषधी पादप है तथा वाणिज्यिक कृषि हेतु महत्वपूर्ण संभाव्यता रखता है।
मुशाकबला बहुगुणन हेतु बृहद-प्रसार तकनीक
देवदार (सिडेरस देओदारा), उत्तर-पश्चिम हिमालय का एक अति मूल्यित एवं बहुल शंकु प्रजाति है, यह कुछ अंतरालों पर निष्पत्रक, इक्ट्रोपिस देओदारी प्राउट (लेपीडोप्टेरा: जिओमैट्रिडि) से प्रभावित होता है। यह प्रमुख नाशी-कीट देवदार वनों की अल्पवयस्क फसलों को गम्भीरता से प्रभावित करता है।
देवदार निष्पत्रक (एक्ट्रोपिस देवदारे प्राउट) का एकीकृत कीट प्रबंधन
उच्च पहाड़ी शीतोष्ण क्षेत्रों के बागानों में अंतरालों का बेहतर उपयोजन किया जा सकता है तथा चुनिंदा वाणिज्यिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पादपों के अंतरफसलीकरण से बागानों द्वारा आर्थिक लाभ की वृद्धि की जा सकती है।
बागवानी रोपण के साथ शीतोष्ण औषधीय पादपों का अंतरफसलीकरण































